राहुल कुछ दिन के लिये अपनी बड़ी बहन सीमा के घर गया बहा इस ने देखा की
दीदी सारा दिन अपनी बूढी बीमार सास की सेवा करती रहती है ,सेवा करते ही
इस का सारा दिन बीत जाता है ,
एक दिन राहुल मोका देख कर सीमा से पूछता है की दीदी इतनी सेवा तो कोई
अपनी जनम देने वाली माँ की बी नहीं करता है ,
आप क्यों इस बूढी ओरत के पीछे अपनी जिन्दगी नरक बना रही हो ,राहुल की बात
सुनकर सीमा हस कर बोली की में अपनी जिन्दगी नरक नहीं बना रही हु ,बल्कि
नरक होने से बचा रही हु ,तुमरे जीजा जी को कोई आमदनी नहीं है ,इस बूढी
सास की पेशन से ही घर चलता है ,अगर जे मर गी तो पेशन बंद हो जाये गी ,और
हम दाने दाने को मोताज़ हो जाये गे ,समझे मेरे राहुल जी .
अपनी सस्कारी शुशील बहु का तर्क सुनकर खाट पर पड़ी बूढी सास की आँखों से
आसू निकल पड़े,
Kuchkhaskhabar@gmail.com
दीदी सारा दिन अपनी बूढी बीमार सास की सेवा करती रहती है ,सेवा करते ही
इस का सारा दिन बीत जाता है ,
एक दिन राहुल मोका देख कर सीमा से पूछता है की दीदी इतनी सेवा तो कोई
अपनी जनम देने वाली माँ की बी नहीं करता है ,
आप क्यों इस बूढी ओरत के पीछे अपनी जिन्दगी नरक बना रही हो ,राहुल की बात
सुनकर सीमा हस कर बोली की में अपनी जिन्दगी नरक नहीं बना रही हु ,बल्कि
नरक होने से बचा रही हु ,तुमरे जीजा जी को कोई आमदनी नहीं है ,इस बूढी
सास की पेशन से ही घर चलता है ,अगर जे मर गी तो पेशन बंद हो जाये गी ,और
हम दाने दाने को मोताज़ हो जाये गे ,समझे मेरे राहुल जी .
अपनी सस्कारी शुशील बहु का तर्क सुनकर खाट पर पड़ी बूढी सास की आँखों से
आसू निकल पड़े,
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Thankes