लिखिए अपनी भाषा में
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बनवाना हुआ और भी आसान, घर बैठे फोन से मिल जाएगा वीजा
Monday, August 26, 2013
दुनिया भर में घूमना आखिर किसे पसंद नहीं होगा। भारत में लगभग हर दूसरे घर में कोई ना कोई इंसान विदेश जाने का सपना संजोए रहता है। इसीलिए पासपोर्ट ऑफिस में चक्कर लगाते लोग इसे बनवाने के लिए जीतोड़ मेहनत करते हैं। पासपोर्ट बनवाने के लिए किसी भी आम इंसान को कई पापड़ बेलने पड़ते हैं। इस मेहनत के बाद जब पासपोर्ट घर आता है तो कितना सुकून महसूस होता है।भारत में पासपोर्ट बनवाना जैसे किसी जुनून की तरह है। हर कोई पासपोर्ट का फॉर्म भरते समय सिर्फ यही सोचता है कि इसके बाद बस विदेश के लिए रवाना होंगे। लेकिन पासपोर्ट बनवाना किसी पहाड़ को चढ़ने के जैसा ही है। कई नियम और स्टेज को पार करने के बाद ही जनाब आप आपने पासपोर्ट की शक्ल देख पाते हैं। अब शायद सरकार ने आपकी इस मुश्किल को थोड़ा आसान करने के बारे में सोच लिया है। भारत सरकार की तरफ से MEAIndia नाम का एक शानदार ऐप लॉन्च हुआ है। इस ऐप को लेकर लोग काफी उत्साहित हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि इस ऐप का प्रयोग करके आप दुनिया के किसी भी कोने से अपने स्मार्टफोन के जरिए पासपोर्ट और वीजा के लिए अप्लाई कर सकते हैं।दिन प्रति दिन टेक्निकल होती जा रही भारत सरकार का यह एक और कदम है दुनिया के साथ आगे बढ़ने का। यह ऐप कुछ खास है। सबसे पहली बात तो ये है कि यह भारत सरकार द्वारा लॉन्च किया गया है। यह इस बात की पुष्टी करता है कि यह फेक ऐप्लिकेशन या मालवेयर नहीं है।कुछ लोगों के लिए पासपोर्ट का फॉर्म भरना एक बड़ी चुनौती होता है। इसी के साथ वीजा की रिक्वेस्ट के लिए भी काफी फॉर्मेलिटीज निभानी पड़ती है। अब यह सारा काम इस ऐप की मदद से आसानी से हो जाएगा।इस ऐप के जरिए आप पासपोर्ट का फॉर्म और वीजा ऐप्लिकेशन की सारी फॉर्मेलिटीज पूरी कर सकते हैं। इसके अलावा इस ऐप की मदद से यूजर्स ट्रैवल असिस्टेंस भी पा सकते हैं ऐसा करने पर आपको कहां जाना चाहिए और कहां नहीं इसकी पूरी जानकारी मिल जाएगी।यह ऐप आपको सबसे नजदीकी भारतीय मिशन/ पोस्ट से एक सेक्योर्ड कनेक्शन देगा। इसके साथ ही आप वहां बैठे ऑफिशियल लोगों से भी कनेक्ट हो सकते हैं। इसे बनाने वाले लोगों का कहना है कि यह लॉन्च से पहले ही काफी लोकप्रिय हो चुका है। कई लोग इस्से जुड़ने की कोशिश में लगे हुए हैं।यह आपके अपलाई किए हुए पासपोर्ट का स्टेटस भी बताएगा। इसका मतलब सारा काम अब मोबाइल पर। अगर आप छुट्टी मनाने जाना चाहते हैं या किसी ऑफिशियल ट्रिप पर यह ऐप काफी काम का साबित हो सकता है।Posted by Unknown Labels: ऐप | 0 comments | Email This BlogThis! Share to Twitter Share to Facebook | |
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ईमेल सर्विस के मामले में जीमेल सबसे पॉपुलर और बड़ा नाम बन चुका है। कई देशों में अपनी सर्विस देने वाली जीमेल की सर्विस को गूगल यूजर्स को मुहैया कराती है। अब जैसे-जैसे आज के तकनीकी दौर में इंटरनेट की दुनिया बढ़ती जा रही है, वैसे-वैसे जीमेल यूज करने वालों की संख्या भी आसमान छू रही है।इंटरनेट यूजर्स की आबादी में अब लगभग हर कोई जीमेल को ईमेलिंग का जरिया बना चुका है। कई देशों में इसे पसर्नली इस्तेमाल किया जाता है तो वहीं, कई देश इसे प्रोफेशनली यूज करते हैं।
यूजर्स अलग-अलग कारणों के लिए वह जीमेल का इस्तेमाल करता है फिर चाहे वो ईमेल के लिए हो या चैटिंग के लिए। इन सबके बीच अगर जीमेल का चसका लग चुके इंसान को कुछ पल भी इंटरनेट के बिना जीमेल से दूर रहना पड़े तो जिंदगी अधूरी-अधूरी सी लगती है।
अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर कोई कैसे बिना इंटरनेट के जीमेल का इस्तेमाल कर सकता है वो भी ईमेल और चैटिंग दोनों के लिए। आपको लग रहा होगा कि ये कोई मजाक है, लेकिन जनाब ये मजाक नहीं बल्कि एक ट्रिक है। इस ट्रिक की मदद से आपके कम्प्यूटर पर इंटरनेट न चल रहा हो तब भी जीमेल खुल जाएगा।बिना इंटरनेट के जीमेल इस्तेमाल करने के लिए सबसे पहली शर्त आपके कम्प्यूटर में क्रोम वेब ब्राउजर का होना है। इस ब्राउजर के बिना आप इस ट्रिक का फायदा उठाकर बिना इंटरनेट के जीमेल नहीं इस्तेमाल कर सकेंगे।क्रोम वेब ब्राउजर में जीमेल ऑफ लाइन वेब एप्लीकेशन द्वारा आप अपने ईमेल एकाउंट को बिना इंटरनेट यानी ऑफ लाइन भी यूज कर सकते हैं।ऑफ लाइन जीमेल का यूज करने के लिए सबसे पहले आपको क्रोम वेब ब्राउजर में जीमेल ऑफ लाइन एप्लीकेशन डाउनलोड करनी पड़ेगी। इसके बाद ही आप इस ट्रिक का फायदा उठा सकेंगे।
बिना इंटरनेट जीमेल यूज करने के लिए ऑफ लाइन एप्लीकेशन यहां डाउनलोड करें। https://chrome.google.com/webstore/detail/ejidjjhkpiempkbhmpbfngldlkglhimk?utm_source=chrome-ntp-icon
वैसे तो ऑफ लाइन जीमेल एकाउंट का इस्तेमाल आप खुद के कम्प्यूटर-लैपटॉप या किसी साइबर कैफे या फिर किसी दूसरे के सिस्टम पर भी कर सकते हैं, लेकिन यूजर्स को ऐसा करने से बचना चाहिए। दूसरे के सिस्टम पर ऑफ लाइन जीमेल एकाउंट खोलने पर आपके जाने के बाद आपकी ईमेल कोई भी खोल सकता है।
गूगल क्रोम में कैसे फ्री इंस्टॉल होगा जीमेल प्लग इन सबसे पहले गूगल क्रोम ब्राउजर में जीमेल ऑफ लाइन प्लगइन डाउनलोड करें। डाउनलोड करने के लिए बस आपको ऐड टू क्रोम ऑप्शन में क्लिक करना होगा।जीमेल ऑफ लाइन प्लगइन इंस्टॉल होने के बाद अपने आप आपके बुकमार्क में इसका लिंक दिखने लगेगा।
अगले चरण में जीमेल ऑफ लाइन को एक्सेस करने के लिए जीमेल आइकॉन पर क्लिक कर उसे ओपन करें। ओपन होने पर अपना यूजर नेम और पासवर्ड डालकर साइन इन करें। सारी प्रक्रिया को सही से पूरा करने के बाद आप ऑफ लाइन जीमेल का इस्तेमाल कर सकेंगे।यदि आपके पास Hindi में कोई article, inspirational story या जानकारी हैजो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ
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कठोरता छोड़ो और विनम्रता सीखो।'
Tuesday, August 13, 2013
एक साधु बहुत बूढ़े हो गए थे। उनके जीवन का आखिरी क्षण आ पहुँचा। आखिरी क्षणों
में उन्होंने अपने शिष्यों और चेलों को पास बुलाया। जब सब उनके पास आ गए, तब
उन्होंने अपना पोपला मुँह पूरा खोल दिया और शिष्यों से बोले-'देखो, मेरे मुँह
में कितने दाँत बच गए हैं?' शिष्यों ने उनके मुँह की ओर देखा।
कुछ टटोलते हुए वे लगभग एक स्वर में बोल उठे-'महाराज आपका तो एक भी दाँत शेष
नहीं बचा। शायद कई वर्षों से आपका एक भी दाँत नहीं है।' साधु बोले-'देखो, मेरी
जीभ तो बची हुई है।'
सबने उत्तर दिया-'हाँ, आपकी जीभ अवश्य बची हुई है।' इस पर सबने कहा-'पर यह हुआ
कैसे?' मेरे जन्म के समय जीभ थी और आज मैं यह चोला छोड़ रहा हूँ तो भी यह जीभ
बची हुईहै। ये दाँत पीछे पैदा हुए, ये जीभसे पहले कैसे विदा हो गए? इसका क्या
कारण है, कभी सोचा?'
शिष्यों ने उत्तर दिया-'हमें मालूम नहीं। महाराज, आप ही बतलाइए।'
उस समय मृदु आवाज में संत ने समझाया- 'यही रहस्य बताने के लिए मैंने तुम सबको
इस बेला में बुलाया है। इस जीभ में माधुर्य था, मृदुता थी और खुद भी कोमल थी,
इसलिए वह आज भी मेरे पास है परंतु.......मेरे दाँतों में शुरू से ही कठोरता
थी, इसलिए वे पीछे आकर भी पहले खत्म हो गए, अपनी कठोरता के कारण ही ये
दीर्घजीवी नहीं हो सके।
दीर्घजीवी होना चाहते हो तो कठोरता छोड़ो और विनम्रता सीखो।'
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अगर मेरे पास बो है जो आप के पास नहीं है . तो
Monday, August 5, 2013
अगर मेरे पास बो है जो आप के पास नहीं है . तो आप मेरे से शीन सकते हो ( पैसा )
अगर मेरे पास बो है जो आप के पास नहीं है . अगर में आप को दे दू तो .(
गुर्दा ,किडनी जा फिर अपनी एक आंख एक हाथ तो )
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